30 जनवरी सत्याग्रह

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🌹ठगों पर शिकंजा 🌹                                                                 🌹 हमारा भुगतान   🌹                                          साथियों लंबे समय से शासनारत राजनीतिक दल ने कई चिटफंड कंपनियों को लाइसेंस प्रदान किये और इन्हीं चिटफंड कंपनियों ने भोले भाले बेरोजगार लोगों को कमीशन का लालच देकर एजेंट बनाएं इनमें से कई प्रमोशन पाने व अधिक लालच के चक्कर में,कंपनी के मकड़जाल में आकर दलाल बन गए जो धीरे-धीरे कंपनी के फ्रेंचाइजी या साझेदार बन बैठे। इस प्रकार चिटफंड कंपनियों के मालिकों ने श्रंखलाबध्द दलाल व ब्रोकर बना लिये। यह प्रक्रिया इसी तरह अनवरत चलती रही तथा एजेन्ट्स जमाकर्ता व निवेशकों की श्रंखला उत्तरोत्तर बनती गई।जमाकर्ताओं ने पहले अपनी स्वयं की पूंजी का निवेश किया फिर अपने कोड में जान पहचान व रिश्तेदार का पैसा निवेश करवाया।अधिकतर चिटफंड कंपनियां या तो सत्तारूढ राजनैतिक दलों के  संरक्षण में या स्वयं नेता या रिश्तेदारों से संचालित थी। भोले भाले निवेशकों से एकत्रित धन जो अभिकर्ताओं ने कंपनियों में जमा किया था उनका उपयोग कहीं न कहीं कंपनी v/s सरकार बाइलोज के अनुसार नहीं होने से समय चक्र के साथ सरकार द्वारा बेन कर दी गई।अगर इनका कार्य वैध होता तो ये बेन हटाने की मांग करते मगर चुप रहे।इस तरह दोयम दर्जे की स्थिति बन गई।जब कंपनियों के मालिकों, संचालकों को जेल होने लगी तब धीरे-धीरे चोर चोर मोसेरे भाई बाहर आने लगे। ये सभी कंपनी के दलाल शेयर होल्डर ब्रोकर फ्रेंचाइजी चालाक किस्म के मक्कार लोग हैं जो भुगतान के नाम पर आज भी ठगी कर रहे हैं।सरकार द्वारा संसद में Buds_Act_2019 कानून बना दिया गया।इसमें विभिन्न कंपनियों में जमाधान को वापस प्राप्त करने का भुगतान गारंटी का अधिकार व ठगों पर शिकंजा कस उन्हें दंडित करने का प्रावधान है।इसलिए साथियों अपना अपना भुगतान दावा सक्षम अधिकारी के यहां प्रस्तुत कर दे।तथा 30 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित करने दिल्ली जंतर मंतर चलो।🙏🙏🙏🙏🙏

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